
जशपुर-रोशन चौहान
जशपुर जिले के दुलदुला विकासखंड में बिहान योजना अंतर्गत गठित आशा महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं ने यह सिद्ध कर दिखाया है कि संगठन, समर्पण और सहयोग से किस प्रकार आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाया जा सकता है। आज ये महिलाएं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, दुलदुला में अस्पताल रसोई संचालन का दायित्व कुशलता से निभा रही हैं और इसके माध्यम से न केवल मरीजों को पौष्टिक और समय पर भोजन मिल रहा है, बल्कि समूह की सदस्याएं आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं।
समूह की सदस्य श्रीमती ज्ञानमुनि लकड़ा बताती हैं कि बिहान योजना से जुड़ने के बाद उन्हें न केवल प्रशिक्षण मिला, बल्कि समूह के माध्यम से लोन लेकर उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की रसोई का ठेका लिया। अब वे प्रतिदिन मरीजों के लिए स्वच्छ, संतुलित और गुणवत्तापूर्ण भोजन बनाती हैं। इस कार्य से हर महिला सदस्य को प्रति वर्ष लगभग ₹60,000 की आय हो रही है। वे कहती हैं कि, “हम पहले सिर्फ घर की जिम्मेदारी निभाते थे, आज समूह के माध्यम से आय भी हो रही है और आत्मविश्वास भी बढ़ा है।”
ज्ञानमुनि लकड़ा आगे बताती हैं कि पहले समूह की कई महिलाएं बीपीएल श्रेणी में थीं, लेकिन आज इस कार्य के माध्यम से उनकी आर्थिक स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। उनके अनुसार, यह न केवल एक आजीविका का साधन है, बल्कि महिलाओं के आत्मसम्मान और सामाजिक स्थिति को भी सुदृढ़ करने का जरिया बना है।
समूह की एक अन्य सदस्य श्रीमती ग्लोरिया तिर्की बताती हैं, “पहले मैं केवल घर तक सीमित थी, लेकिन जब से समूह से जुड़ी हूँ, बहुत कुछ सीखने को मिला है। अब हम पैसे भी कमा रहे हैं और लोगों की सेवा भी कर रहे हैं।”