
कोतबा–रोशन चौहान
श्रावण मास के अंतिम सोमवार को नगर पंचायत कोतबा स्थित भैनी नदी तट पर स्थित गुप्तेश्वर महादेव मंदिर में आस्था का विशाल जनसैलाब उमड़ा। हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भगवान शिव का जलाभिषेक कर पुण्य लाभ अर्जित किया और मनोकामनाओं की पूर्ति हेतु प्रार्थना की।
प्रातःकाल से ही आसपास के गांवों, नगरों से माताएं-बहनें, पुरुष, युवा एवं बालक-बालिकाएं पिकअप, ट्रैक्टर, मोटरसाइकिल व पैदल यात्रा कर सतीघाट धाम पहुंचे। श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से शिवलिंग का जलाभिषेक किया।
पूरे आयोजन को भव्य और सुचारू रूप देने हेतु मंदिर के शास्त्री श्री धीरेन्द्र शर्मा जी, पुजारी श्री सुदामा जी तथा नगर के प्रतिष्ठित नागरिकों द्वारा पूजा-अर्चना, दर्शन व्यवस्था एवं भंडारा की उत्कृष्ट व्यवस्था की गई। प्रातः 10 बजे से विशाल भंडारा प्रारंभ हुआ, जिसमें हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण कर आत्मिक शांति पाई।

नगर के प्रतिष्ठित गणमान्य विजय शर्मा जी ने बताया कि,
“भैनी नदी के तट पर स्थित सतीघाट धाम में भोलेनाथ के शिवलिंग ‘गुप्तेश्वर महादेव जी’ के नाम से प्रख्यात हैं। यह स्थान प्रारंभ से ही आस्था और विश्वास का केंद्र रहा है। धीरे-धीरे इसकी ख्याति दूर-दूर तक फैली है। आज श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार एवं अन्य दिनों में भी हजारों श्रद्धालु यहां आकर जलाभिषेक व पूजन-अर्चना करते हैं। श्रद्धालुओं की उमड़ती भीड़ इस बात को सिद्ध करती है कि यह स्थान वास्तव में सिद्ध पीठ बन चुका है। हमारा कोतबा धर्म नगरी है, यह हमारे लिए गर्व की बात है। भगवान भोलेनाथ की कृपा हम सब पर बनी रहे।”
दिन भर पुलिस प्रशासन व स्वयंसेवी कार्यकर्ताओं की सतत सेवा व्यवस्था में सराहनीय सहभागिता रही। संपूर्ण नगर धर्ममय वातावरण में डूबा रहा।
यह आयोजन केवल एक धार्मिक परंपरा न होकर धार्मिक चेतना, जनआस्था और सामाजिक समरसता का अद्भुत संगम बन गया है। गुप्तेश्वर महादेव मंदिर की ख्याति अब सीमाओं से बाहर निकलकर चहुंओर फैल रही है।
हर हर महादेव |