छत्तीसगढ़ की शिक्षा में एक साहसिक छलांग, कोई भी स्कूल अब शिक्षक विहीन नही….

रायपुर

राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता और पहुंच को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, छत्तीसगढ़ सरकार ने अपने स्कूलों और शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की एक व्यापक और सार्थक पहल की है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 और शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के प्रावधानों के अनुरूप मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में यह दूरगामी सुधार, वास्तव में राज्य की शिक्षा व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने और लंबे समय से चली आ रही शैक्षिक विसंगतियों के समाधान का कारगर प्रयास है।

युक्तियुक्तकरण से पहले, छत्तीसगढ़ राज्य के ग्रामीण अंचल की शालाओं में शिक्षकों की कमी, नगरीय इलाकों और उसके समीप की शालाओं में जरूरत से ज्यादा शिक्षकों की पदस्थपना के कारण शिक्षा प्रभावित हो रही थी और इसका असर बच्चों के परीक्षा परिणाम पर भी पड़ रहा था।

राज्य के लगभग 212 प्राथमिक शालाएं और 48 पूर्व माध्यमिक शालाएं पूरी तरह से शिक्षक विहीन थीं, जबकि 6,872 प्राथमिक शालाएं और 255 पूर्व माध्यमिक शालाएं केवल एक शिक्षक के साथ संचालित हो रही थीं। इसके अतिरिक्त 211 शालाएं ऐसी थीं जहाँ छात्र संख्या शून्य थी, लेकिन शिक्षक पदस्थ थे। इसके अलावा, 166 शालाओं को समायोजित किया गया, इसमें ग्रामीण क्षेत्रों की 133 शालाएं शामिल थीं, जिनकी दर्ज संख्या 10 से कम थी और दूरी 1 किमी से कम थी, तथा शहरी क्षेत्रों की 33 शालाएं थीं, जिनकी दर्ज संख्या 30 से कम थी और दूरी 500 मीटर से कम थी।

इन चुनौतियों के बावजूद, छत्तीसगढ़ का छात्र-अध्यापक अनुपात (पीटीआर) राष्ट्रीय औसत से उल्लेखनीय रूप से बेहतर था, प्राथमिक शालाओं के लिए पीटीआर-20 था, जबकि राष्ट्रीय औसत 29 है और पूर्व माध्यमिक शालाओं के लिए पीटीआर-18 था, जबकि राष्ट्रीय औसत 38 है। हालांकि, वितरण असमान था। राज्य में लगभग 17,000 प्राथमिक शालाएं और लगभग 4,479 पूर्व माध्यमिक शालाएं थीं, जिनका पीटीआर-20 से कम था। अकेले शहरी क्षेत्रों में 527 ऐसे विद्यालय थे, जिनका पीटीआर-10 से कम था, जिनमें 15 या उससे अधिक शिक्षकों वाली 08 प्राथमिक शालाएं, 10-15 शिक्षकों वाली 61 शालाएं और 6-9 शिक्षकों वाली 749 प्राथमिक शालाएं थीं, ये आंकड़े बेहतर संसाधन आवंटन की जरूरत को दर्शाते हैं।

इस पहल का मुख्य बिंदु एक ही परिसर में संचालित लगभग 10 हजार 372 शालाओं का एकीकरण था, जिनमें प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक, हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल शामिल थे। इस विलय से कई लाभ मिलने की उम्मीद है, जिनमें शाला त्यागी छात्रों की संख्या में कमी और छात्रों को बार-बार स्थानांतरण प्रमाण पत्र लेने की आवश्यकता का समाप्त होना शामिल है। यह गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने, छोटी कक्षाओं के छात्रों को बड़ी कक्षाओं के छात्रों का सहयोग प्राप्त होने, और कंप्यूटर, विज्ञान प्रयोगशाला, खेल-कूद तथा सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से शैक्षणिक समझ और अभिरुचि में वृद्धि के साथ-साथ व्यक्तित्व विकास में भी सहायक होगा। इस दृष्टिकोण से प्रशासनिक व्यवस्था भी सुदृढ़ होगी।

विद्यालयों के समायोजन के साथ-साथ, जिला, संभाग और राज्य स्तर पर काउंसलिंग के माध्यम से एक महत्वपूर्ण शिक्षक युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया भी की गई। इस प्रक्रिया के तहत जिला स्तर पर लगभग 13 हजार 793 शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण किया गया। संभाग स्तर पर 863 का और राज्य स्तर पर 105 शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण किया गया।

युक्तियुक्तकरण अभियान के प्रारंभिक परिणाम अत्यधिक आशाजनक हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि शिक्षा विभाग का कहना है कि कोई भी विद्यालय बंद नहीं किया जा रहा है और कोई भी शिक्षक पद समाप्त नहीं हो रहा है। इसके बजाय ध्यान बेहतर अधोसंरचना वाले विद्यालयों का संचालन सुनिश्चित करने पर है।
युक्तियुक्तकरण के पश्चात राज्य में शिक्षक विहीन विद्यालयों की संख्या शून्य हो गई है। एकल शिक्षकीय शालाओं की संख्या में प्रभावशाली 80 प्रतिशत की कमी आई है अब लगभग 1,200 शालाएं एकल शिक्षकीय हैं। एक ही परिसर में स्थित 10,372 विद्यलायों का एकीकरण और 166 ग्रामीण एवं शहरी विद्यालयों का समायोजन पूरा हो चुका है। इससे लगभग 89 प्रतिशत विद्यार्थियों को बार-बार प्रवेश प्रक्रिया से मुक्ति मिलेगी। छात्रों को अतिरिक्त शिक्षक उपलब्ध होंगे और विद्यालय की समय सारिणी एवं अन्य गतिविधियों में अधिक एकरूपता रहेगी। इस पहल का उद्देश्य उपचारात्मक शिक्षण द्वारा छात्रों की समझ को बेहतर बनाना भी है।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करके, छत्तीसगढ़ न केवल वर्तमान कमियों को दूर कर रहा है, बल्कि एक ऐसे भविष्य के लिए एक मजबूत नींव रख रहा है। जहाँ प्रत्येक बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच प्राप्त होगी, जिससे समग्र विकास और शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा मिलेगा। युक्तियुक्तकरण का यह कदम एक अधिक कुशल, न्यायसंगत और प्रभावी शैक्षिक वातावरण बनाने के प्रति राज्य की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

  • PRAKASH KUMAR

    आज की आवाज का मूल उद्देश्य यह है कि जन रुचि के विषयों पर न्यायसंगत, यथार्थ, निष्पक्ष, सौम्य तथा शालीन विधि से समाचारों, विचारों, टीका टिप्पणी तथा जानकारी को जन जन तक पहुँचाया जाये | ख़बरों एवम विज्ञापन के लिए संपर्क करें - 9407624572

    Related Posts

    न्यायालय के समक्ष गवाही देने पर जान से मारने की धमकी देने वाले हिस्ट्रीशीटर सहित आधा दर्जन आरोपी गिरफ्तार…

    रायपुर – प्रकाश कुमार प्रार्थी प्रमोद वर्मा निवासी तिल्दा नेवरा ने थाना तिल्दा नेवरा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह थाना तिल्दा नेवरा के अपराध क्रमांक 109/2021 धारा 376, 120बी,…

    विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर भाजपा कार्यालय में संगोष्ठी एवं प्रदर्शनी,राष्ट्र की एकता और अखंडता बनाए रखने का लिया गया संकल्प…

    जशपुर – रोशन चौहान विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी, जशपुर जिला कार्यालय में गुरुवार को संगोष्ठी एवं प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    You Missed

    न्यायालय के समक्ष गवाही देने पर जान से मारने की धमकी देने वाले हिस्ट्रीशीटर सहित आधा दर्जन आरोपी गिरफ्तार…

    न्यायालय के समक्ष गवाही देने पर जान से मारने की धमकी देने वाले हिस्ट्रीशीटर सहित आधा दर्जन आरोपी गिरफ्तार…

    विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर भाजपा कार्यालय में संगोष्ठी एवं प्रदर्शनी,राष्ट्र की एकता और अखंडता बनाए रखने का लिया गया संकल्प…

    विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर भाजपा कार्यालय में संगोष्ठी एवं प्रदर्शनी,राष्ट्र की एकता और अखंडता बनाए रखने का लिया गया संकल्प…

    शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी: नक्सलवाद का खात्मा हमारा संकल्प और इस दिशा में हर हाल में होंगे सफल – मुख्यमंत्री श्री साय

    शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी: नक्सलवाद का खात्मा हमारा संकल्प और इस दिशा में हर हाल में होंगे सफल – मुख्यमंत्री श्री साय

    भाजपा की नई कार्यकारिणी घोषित,जारी की पदाधिकारियों की सूची-अनुभवी चेहरों के साथ मिली जिम्मेदारी….

    भाजपा की नई कार्यकारिणी घोषित,जारी की पदाधिकारियों की सूची-अनुभवी चेहरों के साथ मिली जिम्मेदारी….

    स्टेट कैपिटल रीजन से तेजी से होगा विकास, नागरिक सुविधाओं में आएगा नया आयाम : मुख्यमंत्री श्री साय

    स्टेट कैपिटल रीजन से तेजी से होगा विकास, नागरिक सुविधाओं में आएगा नया आयाम : मुख्यमंत्री श्री साय

    वृद्धि दंपति ने कर दिया अपने सौतेले भाई पर लाठी से वार, इलाज के दौरान हुई मौत, वृद्ध दंपति गिरफ्तार….

    वृद्धि दंपति ने कर दिया अपने सौतेले भाई पर लाठी से वार, इलाज के दौरान हुई मौत, वृद्ध दंपति गिरफ्तार….