
जशपुरनगर
संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेकर की जयंती के अवसर पर आज जिला पंचायत के सभागार में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यकम में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा वर्चुअली तौर पर जुड़े और संबोधित किया। कार्यक्रम में सबसे पहले बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेकर की छायाचित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया गया। इसके बाद संविधान की उद्देशिका हम, भारत के लोग, भारत को एक संपूर्ण प्रभुत्व-संपन्न, समाजवादी, पंथ-निरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों कोः सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त कराने के लिए, तथा उन सब में व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखंडता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने के लिए दृढ़संकल्प होकर अपनी इस संविधान सभा में आज तारीख 26 नवंबर, 1949 ई. (मिति मार्गशीर्ष शुक्ला सप्तमी, संवत् दो हज़ार छह विक्रमी) को एतद्द्वारा इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करते हैं का वाचन किया गया।

कार्यक्रम में ग्राम पंचायतों में अटल पंचायत डिजिटल सुविधा केंद्र हेतु जिले के सभी विकासखंडों के 10- 10 ग्राम पंचायतों के सरपंच एवं सीएससी के व्हीएलई सर्विस प्रदाता के मध्य एमओयू हुआ। इसके साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत चल रहे सर्वेक्षण विशेष पखवाड़ा मोर दुवार साय सरकार महाभियान 15 अप्रैल से 30 अप्रैल तक की जानकारी हितग्राहियों को उपलब्ध कराना और उन्हें पूरी प्रक्रिया से किस तरह अवगत कराना है, इसकी जानकारी भी दी गई। कार्यक्रम में विभिन्न समाज प्रमुखों को सम्मान किया गया।
बाबा साहेब के आदर्शों पर चलकर समावेशी, समतामूलक और न्यायप्रिय समाज के निर्माण में निभाए सक्रिय भूमिका: मुख्यमंत्री श्री साय

वर्चुअली तौर पर जुड़े मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने राष्ट्रनिर्माण में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेकर के विचारों को युगप्रेरक बताते हुए कहा कि आज का दिन हमें यह संकल्प लेने का अवसर देता है कि हम उनके आदर्शों पर चलें, और एक समावेशी, समतामूलक और न्यायप्रिय समाज के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि मोदी की अधिकांश गारंटियों को हमारी सरकार ने पूरा कर लिया है। आज हम पंचायतों को सर्वसुविधायुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए सीएससी कॉमन सर्विस सिस्टम की शुरुवात कर रहे हैं। इसमें महतारी वंदन योजना, आयुष्मान कार्ड, जन्म, मृत्यु प्रमाण पत्र जैसी अनेक सुविधा प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि आवास प्लस 2.0 के तहत सर्वे का कार्य आरंभ हो गया है, इसमें जिनके पास टू व्हीलर, पांच एकड़ असिंचित भूमि, 15 हजार रुपए मासिक आय, 2.5 एकड़ सिंचित भूमि है उनको भी प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने व्यक्तव्य में जल संरक्षण के महत्व के बारे में भी बताया।
उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने अपने संबोधन में संविधान निर्माता बाबा साहेब के योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि पंचायत मजबूत हो, सशक्त हो इस दिशा में कार्य किया जा रहा है। सीएससी पंचायत की सुविधा संपन्न बनाने की ओर एक बड़ा कदम है। उन्होंने जल संरक्षण के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि जनप्रतिनिधि, ग्रामीण सभी को जल संरक्षण के लिए कार्य करना चाहिए। जल ही जीवन है, वाटर लेबल बढ़ाने के लिए सभी की सामूहिक प्रयास की जरूरत है।

कार्यक्रम में जल संरक्षण हेतु लिया गया जल शपथ
कार्यक्रम में भू जल संरक्षण के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई और जिले में चलाए जा रहे जल संरक्षण और संवर्धन के बारे में बताया गया। सभागार में मौजूद जनप्रतिनिधिगण, समस्त अधिकारी और कर्मचारीयों के द्वारा जल संरक्षण व वाटर हार्वेस्टिंग बनाने हेतु संकल्प लिया गया।
कार्यक्रम में जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री शौर्य प्रताप सिंह जूदेव ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेकर के योगदान को याद करते हुए उन्हें नमन किया। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने देश को मजबूत और समृद्ध बनाने में अपना योगदान दिया है। हम सब उनके आदर्शों और विचारों में चलकर देश को आगे बढ़ाने में अपना सहयोग दें। उन्होंने जल संरक्षण पर सभी को साथ मिलकर काम करने की अपील भी की। कलेक्टर श्री रोहित व्यास ने जल जागृति अभियान की जानकारी देते हुए जल संरक्षण के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन की वजह से गर्मी बढ़ रही है, जल स्तर घट रहा है। उन्होंने सभी को जल संरक्षण के लिए दृढ़ संकल्पित होकर कार्य करने की अपील की।
इस अवसर पर पद्म श्री जागेश्वर यादव, जिला पंचायत सीईओ श्री अभिषेक कुमार, अपर मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रदीप कुमार राठिया सहित बीडीसी, सरपंचगण, विभिन्न समाज के प्रमुख, अधिकारी कर्मचारी और अन्य लोग मौजूद थे।